Black, White, aur Yellow Fungus kya hai - क्या है लक्षण, बचाव जाँच और इलाज

Black, White, aur Yellow Fungus kya hai - क्या है लक्षण, बचाव जाँच और इलाज

Black, White, और Yellow Fungus kya hai - क्या है लक्षण, बचाव जाँच और इलाज; इस कोरोना काल में कुछ फंगस भी आतंक मचा रहे है। कुछ दिनों ये न्यूज़ में कुछ फंगस के नाम आ रहे है। Black Fungus, White fungus, Yellow fungus. तो आज के इस पोस्ट में हमलोग यही जानेंगे की ये सारे black वाइट और येलो fungus क्या है ? इसके लक्षण क्या है ? अगर हो गए तो क्या करे ? इन सारे फंगस से कैसे बचे ? ये सारे फंगस किसी भी आदमी को कैसे होता है ? जिससे की हम लोग वो गलती न करे। तो ये पोस्ट बहुत ही informative होने वाली है। तो इसे ध्यान से पढ़िएगा। चलिए सबसे पहले सुरु करते है Black Fungus से और जानते है की Black Fungus kya hota hai ?

आप लोगो ने ब्लैक fungus के बारे में न्यूज़ या मीडिया में जरूर सुना होगा। इसलिए तो आप ये जानना चाहते है की ब्लैक फंगस क्या है। तो आज के इस पोस्ट में मैंने ये बताया है की ब्लैक फंगस क्या है ?, ब्लैक फंगस को कैसे पहचाने ?, क्या कोरोना के बाद ब्लैक फंगस हो सकता है ? इन सरे सालो का जबाब आज के इस पोस्ट में दिए गए है। 

Disclaimer :- यहाँ पे जो भी इनफार्मेशन दी जा रही है वो सिर्फ education purpose के लिए है। अगर किसी को कोई तकलीफ है तो वो सिर्फ डॉक्टर्स को ही दिखाए। किसी के बातो में ना आये। 

Black Fungus kya hota hai in hindi

Black Fungus को English में  Mucormycosis भी कहते है। सबसे पहले आप ये जान लीजिये की Black Fungus कोई नई बीमारी नहीं है। Black Fungus के बारे में डॉक्टर्स को पहले से ही पता है बल्कि कई सालो से पता है। अगर Black fungus के बारे में बोले तो ये एक तरह का फंगस है। जैसे आपने ब्रेड में देखा होगा की जब ब्रेड ख़राब हो जाता है तो उसमे फंगस लग जाता है ठीक उसी प्रकार ब्लैक फंगस भी एक फंगस है। लेकिन black fungus ko black fungus kyu kahte hai? चलिए जानते है। Black Fungus एक ऐसा फंगस है जिसका वास्तव में Black color नहीं होता है। ये white रंग का होता है। लेकिन जब ये हमारे body को infect करता है और जिस जगह पे करता है वो जगह कला हो जाता है क्योकि infection के बाद उस जगह का cell और tissue मर जाता है इसलिए इसे black fungus का नाम दिया गया है।

ब्लैक फंगस हवा में , और मिटटी में present होता है। लेकिन यहाँ पे सवाल उठता है की जब ब्लैक फंगस हवा में है तो हम लोगो को ब्लैक फंगस इन्फेक्ट क्यों नहीं करता है। तो इसका जबाब है हमारा immune system जो की हमें बचा के रखता है। 

ब्लैक फंगस उन लोगो को हो सकता है जिनका इम्यून सिस्टम काफी ख़राब है। या उन्हें कोई बीमारी है। तब जेक कुछ चांस है की ब्लैक फंगस किसी को infect कर सकता है। 

चलिए अब ये जानते है की black fungus से सबसे ज़ादा किसको खतरा है। निचे दिए गए लिस्ट में बताया गया है की सबसे ज़ादा रिस्क कौन कौन से लोगो को है। 

  • अगर किसी का इम्यून सिस्टम बहुत ख़राब है तो उसको हो सकता है। लेकिन बहुत काम चांस है। 
  • अगर कोई HIV और AIDS का पेशेंट है तो  उसको हो सकता है। 
  • या कोई कैंसर का पेशेंट है। 
  • या पेशेंट क्रोनिक किडनी की बीमारी है। 
  • या किसी का कोई पार्ट transplant किया गया है।
  • Diabetes

जो पेशेंट डायबिटिक है या जिन्हे शुगर का बीमारी है 95 % वही लोग लोग अभी ब्लैक फंगस से इंडेक्ट हो रहे है। डॉक्टरों की राय मने तो अभी डायबिटिक लोगो को ज़ादा धयान से रहना चाहिए। इन्हे ज़ादा संभलके रहना चाहिए। 

Black Fungus ke lakshan (symptoms) in hindi

ब्लैक फंगस से बचने के लिए जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी ट्रीटमेंट करवा ले। एहि एक मात्रा उपाय है ब्लैक फंगस से बचने के लिए। चलिए ये जानते है की black fangus ko कैसे पहचने ?

  1. Black fungus का पहला लक्षण है की सर का एक भाग दुखना 
  2. Black fungus का दूसरा लक्षण है की जब आप चेहरे के एक तरफ छूते है तो दर्द करना। 
  3. चेहरे के एक तरफ सेंसेशन ख़तम हो जाना। 
  4. दातो का दर्द या दातो का झरना। 
  5. या संश लेने में तकलीफ। 
  6. नाक से खून निकलना या नाक काला पर जाना। 
  7. चेहरे के एक तरफ सूजन आ जाना। 
  8. आँखों में सूजन आना। 
  9. आंख की पलक का निचे लटक जाना। 
  10. या आपको डबल डबल दिखना। 

अब बात आती है की अगर ब्लैक फंगस हो जाये तो क्या करे। सीधे बिना कुछ सोचे हुए हॉस्पिटल भगये। इसको हलके में नहीं लेना है। किसी आंख या नाक के स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास जाईए। 

Black Fungus kaise hota hai?

चलिए जानते है की black fungus कैसे फैलता है। तो black fungus हवा और मिटटी से फैलता है। जब कोई आदमी किसी black fungus हुए आदमी के contact में आता है तब ब्लैक फंगस फैलता है। या अगर कोई डायबिटिक पेशेंट ने कोरोना में कोई piles या टेबलेट खाया था बिना डॉक्टर के सलाह के तो उसे ज़ादा खतरा है। मतलब उसे black fungus हो सकता है। 

Black Fungus ka kya illaj hai?

  • black Fungus से बचने के लिए शुगर कंट्रोल करना जरुरी है। 
  • steroids का सेवन न करे। 
  • ब्लैक फंगस से बचने के लिए डॉक्टर्स से एंटी fungal injection ले । 

क्या Black Fungus से डरना चाहिए।

ब्लैक फंगस से उतना डरने की जरुरत नहीं है। लेकिन फिर भी सावधानी बरतिए। किसी को ब्लैक फंगस होने के चांस इतना है की मान लीजिये अगर 3000 लोगो को कोरोना हुआ है तो उसमे 3 लोगो को ब्लैक फंगस हो सकता है।

White Fungus Kya hota hai in hindi

white Fungus भी एक तरह का Fungus है जो की मुँह में खास कर के मिलता है। White Fungus को English में Candida कहते है। इस Fungus से ज़ादा डरने की जरुरत नहीं है। white  फंगस ब्लैक Fungus से कम घातक है। white Fungus खास करके जुबान पे या मुँह से ऊपरी सतह पे पाया जाता है।

यहाँ पे ध्यान देने वाली बात ये भी है की कुछ डॉक्टर्स white Fungus को ज़ादा घातक मानते है black Fungus से तो अगर आपको किसी भी तरह का परेशानी हो रही है तो आप डॉक्टर्स की सलाह ले सकते है। 

White Fungus ke lakshan (symptoms) in hindi

white Fungus के लक्षण इस बात से पता चलती है Fungus ने आपके किस बॉडी पार्ट को infect किया है। वाइट फंगस और ब्लैक फंगस के कुछ सामान लक्षण है। जैसे की 

  1. white Fungus का सबसे पहले लक्षण फेफड़ो में तकलीफ होना। 
  2. सर्दी और खासी जैसे कोरोना में होता है। 
  3. White Fungus का तीसरा लक्षण है मुँह में white white दाग हो जाना, tongue में वाइट परत जम जाना इत्यादि।
  4. White Fungus का अगला लक्षण है एक तरफ का गाल फूल जाना। 
  5. White Fungus का एक और लक्षण है की दातो में सूजन आ जाना। जो की ब्लैक फंगस का भी लक्षण है। 

White Fungus kaise फैलता है। 

White Fungus हवा से फ़ैल कर आपके सरीर में दाखिल हो सकता है। अगर किसी में face पे कोई चोट का निसान है तो वाइट Fungus उसके जरिये आपके सरीर में दाखिल हो सकता है। 

  • किसी white Fungus के आदमी के contact में आने से फ़ैल सकता है। 
  • वाइट फंगस गन्दगी से फ़ैल सकता है। इसलिए आस पास में सफाई बनके रखे। 

White Fungus se kaise bache (Precaution)

  • White Fungus से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाएं। 
  • वह सब कुछ करें जो सरकार अनुमति देती है। 
  • हाथ न मिलाएं। 
  • अच्छी क्वालिटी का मास्क पहनें। 
  • अपने हाथ नियमित रूप से धोएं। 
  • हैंड सेनिटाइज़र का उपयोग करें।

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